नवादा से अनिल शर्मा की रिपोर्ट
नवादा : रजौली प्रखण्ड क्षेत्र के एनएच31 के किनारे अवस्थित साउथ सिटी इंटरनेशनल के निदेशक रविंद्र कुमार,प्राचार्य नितिन कुमार मिश्रा के मौजूदगी में स्कूल के बच्चों को बुधवार के दिन अग्निशमालय के पदाधिकारियों द्वारा आग पर काबू पाने के गुर मौक ड्रील कर सिखाया गया।
रजौली अग्निशमालय से आये अधिकारी राम अवध सिंह,अग्निक राम अयोध्या सिन्हा,अग्निक मधेश कुमार एवं अग्निक चालक सतीश कुमार द्वारा स्कूल के बच्चों को आग एवं आग से होने वाली दुर्घटनाओं से बचने के उपाय बताया गया।पदाधिकारीयों ने बच्चों को बताया कि आग मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं।जिन्हें अलग अलग चार तरीकों से बुझाया जाता है।पहला जनरल फायर- कोयला, कपड़ा और कागज की आग इस तरह श्रेणी में आते हैं जिसे पानी और CO2 एक्सटीगाइजर से बुझाया जाता है। दूसरा तेल की आग- डीजल,पेट्रोल की आज इस श्रेणी में आते हैं।जिससे डीसीपी एक्सटीगाइजर एवं फोम एक्सटीगाइजर से बुझाया जाता है।तीसरा रासायनिक एवं बिजली- शार्ट सर्किट और बिजली से लगी आग इस श्रेणी में आते हैं।जिसे डीसीपी एक्सटीगाइजर एवं कार्बन डाई ऑक्साइड एक्सटीगाइजर से बुझाया जाता है।अंतिम चौथा धातु आग-किसी भी धातु में लगी आग इस श्रेणी में आते हैं।जिसे डीसीपी CO2 एक्सटीगाइजर द्वारा बुझाया जाता है।साथ ही बच्चों को घरेलू गैस सिलेंडर में आग लगने पर उसे गीले कपड़ों से ढक कर अथवा बाल्टी डालकर आग लगे गैस सिलेंडर को बुझा देने की बात बताई गई एवं सभी के सामने जलती हुई घरेलू गैस सिलेंडर को उक्त तरीकों से मौक ड्रील कर बुझाया गया।इस दौरान अगलगी घरेलू गैस को बुझाने के तरीके को जानकर बच्चों एवं शिक्षकों ने सावधानी पूर्वक आग पर नियंत्रण पाने का प्रयोग किया।बच्चों को आपातकालीन स्थिति में 102 नम्बर पर कॉल करके जिला मुख्यालय में खबर करने को कहा गया।पटाखों का इस्तेमाल सावधानी पूर्वक करने को कहा गया।साथ ही दो डंडो एवं एक कम्बल या चादर की मदद से स्ट्रेचर बनाने को सिखाया गया ताकि आपातकाल स्थिति में घायलों को सुविधानुसार अस्पताल पहुंचाया जाए।घरेलू गैस सिलेंडर में जब आग लग जाये तो उसे गिराना नहीं चाहिए।क्योंकि ऐसे में सिलेंडर के बॉडी का तापमान बढ़ेगा और ब्लास्ट होने का खतरा ज्यादा रहेगा।मौके पर स्कूल के इंजीनियर पवन कुमार,विक्की कुमार,नवीन कुमार,अंकित कुमार,शशिकांत पटेल, प्रवीण कुमार पांडे,पूजा कुमारी,प्रीति कुमारी,मधु देवी,मासूम कुमारी,निशा कुमारी,खुशी कुमारी आदि शिक्षकों के साथ सैकड़ों छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे।