. मंत्रालय ने भारत से सटे चीन, नेपाल और भूटान की सीमा पर अलर्ट जारी किया है. अलर्ट जारी होने के बाद इन सभी जगहों पर चौकसी बढ़ा दी जाएगी. इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया कि गृह मंत्रालय ने आईटीबीपी और एसएसबी को अलर्ट पर रहने के लिए कहा है. बता दें कि ये दोनों सुरक्षा बल भारत से सटे चीन, नेपाल और भूटान सीमा पर तैनात रहता है. मंत्रालय ने इन सुरक्षाबलों को सतर्क रहने के लिए कहा है. बता दें कि तनाव को देखते हुए उत्तराखंड सीमा पर अतिरिक्त फोर्स भेजा गया है. उत्तराखंड के कालपानी इलाके मेंं एसएसबी के 30 कंपनी को भेजा गया है. कालापानी वही जगह है, जहां भारत, नेपाल और चीन की सीमा एक जगह पर लगती है.
नेपाल सीमा पहले से है सील- नेपाल से सीमा विवाद के बाद ही भारत ने अपने सभी सीमा को बीते 6 महीने से सील किया हुआ है. इन सीमाओं पर गतिविधियां रोकने के लिए पहले ही अलर्ट जारी किया जा चुका है. नेपाल से कालपानी और लिपुलेख को लेकर सीमा विवाद है.
पूरा मामला- चीन ने 29-30 अगस्त को भी पैंगोंग झील इलाके में कब्जे का प्रयास किया था, जिसे भारतीय सेना ने विफल कर दिया. 29/30 अगस्त को भारत और चीन के सैनिकों के बीच पेंगोंग त्सो झील (Pangong Lake) के पास हुई झड़प के बाद तनाव बरकरार है. वहीं इस तनाव के बीच भारतीय सेना ने पेंगोंग त्सो (Pangong Lake) झील के दक्षिणी किनारे को भारत ने अपने अधिकार में ले लिया है. यहां की कई चोटियों पर भारतीय सेना के जवान तैनात हैं.
चीन ने दोबारा किया प्रयास- वहीं पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच तनाव बरकरार है. लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और एक बार फिर घुसपैठ की कोशिश की थी. भारतीय विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने बताया कि चीन ने सोमवार की रात को एक बार फिर हिमाकत की और चीनी सेना ने भारत के क्षेत्र में घुसने की कोशिश की. इस बार भी लेकिन भारतीय सेना के जवानों ने चीनी सेना की साजिश को नाकाम कर दिया