पटना : पटना में आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर में निर्धारित बिन्दु पर चर्चा किया गया।
1) सदस्यता अभियान भारतवर्ष के उज्ज्वलतम भविष्य की संभावनाएं कहीं न कहीं उसी भूमि में समाहित हैं जिसने अखंड भारत के साम्राज्य का नेतृत्व तब किया था जब न आज की भांति संचार के माध्यम थे, न विकसित मार्ग और न उन्नत प्रौद्योगिकी । 2047 तक भारत के विकसित राष्ट्र बनने के लिए बिहार का विकसित होना अत्यंत आवश्यक है और एक ऐसे विकसित बिहार की आवश्यकता है जिसमें शिक्षा, रोजगार अथवा स्वास्थ्य के लिए किसी को अन्यत्र जाने की आवश्यकता न हो । इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है अपने ही पूर्वजों से प्रेरणा ग्रहण करते हुए जाति-संप्रदाय, लिंगभेद आदि लघुवादों से उपर उठकर शिक्षा, समता और उद्यमिता के मूल मंत्रों के साथ योगदान। इसी उद्देश्य के निमित्त 22 मार्च, 2021 से लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान निरंतर कार्य कर रहा है और आज जब 90,000+ व्यक्ति साथ जुड़ चुके हैं तब अभियान को और व्यापक बनाते हुए हर ग्राम-नगर के हर जन-जन तक पहुंचाना अंत्यंत आवश्यक हो गया है । इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु सदस्यता अभियान को तीव्रता प्रदान करते हुए 2028 तक अभियान को बिहार के हर ग्राम-नगर के हर जन तक पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया गया । सदस्यता अभियान के लिए समाज के अलग-अलग वर्गों से, विद्यालयों एवं महाविद्यालयों तथा प्रतिष्ठानों से संपर्क कर संवाद स्थापित करते हुए तीव्रता के साथ जोड़ने की आवश्यकता है । अगले 6 माह में जुड़े सदस्यों की संख्या को दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया ।
2) संगठन निर्माण सदस्यता के साथ-साथ अभियान को सशक्त करने हेतु संगठन के निर्माण में समन्वयकों की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण है । हर जिले में समन्वयकों की कोर टीम के साथ-साथ हर ज़िले में प्रखंड स्तर तक कोर्डिनेटर को चिन्हित करना तथा दायित्व निर्धारित करना परम आवश्यक है । समन्वयकों के चयन हेतु गूगल फार्म, मिस्ड काॅल डेटा तथा समूह में जुड़े सदस्यों के डेटा का उपयोग किया जा सकता है । इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु 4 माह का लक्ष्य निर्धारित किया गया ।
3) प्रचार-प्रसार सदस्यता अभियान को तीव्रता प्रदान करने तथा अभियान को सशक्त करने के उद्देश्य से सेंट्रल सोशल मीडिया वार टीम के साथ-साथ हर जिलें में कम से कम 20 व्यक्तियों की जिला स्तरीय सोशल मीडिया कोर टीम का निर्माण अत्यंत महत्वपूर्ण है जिनके द्वारा तत्परता के साथ सैंट्रल टीम से प्राप्त किसी भी फेसबुक पोस्ट को रीपोस्ट तथा ट्वीट को रीट्वीट करते हुए शेयर किया जाए । इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु 15 जुलाई, 2024 तक का लक्ष्य निर्धारित किया गया ।
4) उद्यमिता विकास बिहार में उद्यमिता एवं रोज़गार बढ़ाने हेतु हर जिलें में अभियान के माध्यम/मार्गदर्शन से 5 नए वैसे स्टार्टअप के आरंभ का लक्ष्य जिनमें कम से कम 100 व्यक्तियौं को रोजगार मिलता हो बिहार विजन 2047 काॅन्क्लेव (दिल्ली) में निर्धारित किया गया था । इसी के अंतर्गत 5 वाँ स्टार्टअप सम्मिट 25 अगस्त, 2024 को पटना के विद्यापति भवन में आयोजित किया जाना है जिसके निमित्त सभी जिलों से कम से कम 5 स्टार्टअप को चयनित करते हुए आमंत्रित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया ।
5) गार्गी अध्याय सशक्तीकरण बिहार के उज्ज्वलतम भविष्य निर्माण हेतु अभियान में महिलाओं की सशक्त भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है । गार्गी अध्याय द्वारा बिहार के कुछ जिलों में अभूतपूर्व योगदान समर्पित किया जा रहा है जिसे हर जिले तक विस्तृत किए जाने की आवश्यकता है । बिहार के सभी जिलों में अभियान में अधिक से अधिक महिलाओं को जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए अगले 6 माह में कम से कम 50 सक्रिय महिलाओं के साथ जिला स्तरीय गार्गी अध्यायों के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया ।
6) सहयोग अभियान से जुड़े सदस्यों के समस्याओं के समाधान हेतु बृहत नेटवर्क के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया जिसमें अभियान से जुड़े व्यक्तियों के माध्यम से सहयोग संभव हो सके । इसमें रक्त की आवश्यकता के साथ-साथ विधिक परामर्श, स्टार्टअप हेतु परामर्श/मार्गदर्शन, स्वास्थ्य सुविधाएं, शिक्षादान आदि सम्मिलित हो सकती हैं । अभियान के मेंटर याॅर स्कूल परिकल्पना के उपलब्ध डेटा के आधार पर चिन्हित विद्यालयों को सहयोग उपलब्ध कराया जा सकता है । बिहार के बाहर गठित अध्यायों से सहयोग प्राप्त किया जा सकता है ।
7) प्रतिष्ठान बिहार के हर जिलें में लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के अंतर्गत परामर्श/सेवा के उद्देश्य के साथ* कम से कम एक स्थाई प्रतिष्ठान जिसके द्वारा कानूनी परामर्श, शैक्षणिक अथवा सामाजिक सहयोग नित्य (यह दैनिक, साप्ताहिक, पाक्षिक अथवा मासिक भी हो सकता है) को अगले 6 माह तक जिला मुख्यालय में सार्वजनिक भवन अथवा स्वैच्छिक रुप से प्रदत्त एवं निर्धारित स्थान पर स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया । यह प्रतिष्ठान गार्गी पाठशाला, निःशुल्क शिक्षादान केंद्र, निःशुल्क स्वास्थ्य केंद्र, उद्यमिता परामर्श केंद्र, विधिक सहायता केन्द्र अथवा किसी अन्य सहयोगात्मक स्वरूप में स्वैच्छिक रुप से उपलब्ध/प्रदत्त संसाधनों से स्थापित की जा सकती है । चयनित एवं निर्धारित प्रतिष्ठान से जिलान्तर्गत गतिविधियाँ संचालित की जा सकेंगी ।
8) संवाद समन्वयकों एवं सदस्यों में परस्पर संवाद अत्यंत महत्वपूर्ण है तथा संवाद के माध्यम से ही अभियान की दिशा एवं गति निर्धारित की जा सकती है । इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु हर जिले में गठित कोर टीम तथा संपूर्ण अध्याय से जुड़े व्यक्तियों के लिए माह में कम से कम एक भौतिक अथवा वर्चुअल बैठक का लक्ष्य निर्धारित किया गया । साथ ही युवा अध्यायों के निर्माण हेतु 9वीं से 12वीं तक विद्यालयों तथा महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों के साथ नियमित संवाद करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया ।
9) संसाधन अभियान के कार्यक्रमों की निरंतरता हेतु आवश्यक संसाधनों के साथ सहयोग कर रहे / सहयोग करने के इच्छुक व्यक्तियों के समूह के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया ।
10) नमस्ते बिहार अभियान के संदेशों के व्यापक प्रसार हेतु हर वर्ष कम से कम 3 जिलों में नमस्ते बिहार बृहत जन संवाद कार्यक्रमों के आयोजन का लक्ष्य निर्धारित किया गया । अगले नमस्ते बिहार कार्यक्रमों के लिए वैशाली, नवादा, सारण एवं रोहतास जिलों का चयन किया गया । इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु इन जिलों में आयोजन समिति के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया ।
11) समन्वय केंद्रीय समन्वयक समूह से जुड़े मुख्य समन्वयकों को अपने जिले के साथ-साथ एक अन्य जिले में अभियान को सशक्त करने हेतु सहयोग के दायित्व को निर्धारित करने का लक्ष्य तय किया गया । यह क्लस्टर समूह के जिलों के प्रभार के अतिरिक्त होगा । साथ ही नए समन्वयकों के सेंट्रल टीम द्वारा प्रशिक्षण का लक्ष्य निर्धारित किया गया ।
12) ग्रामीण विकास कृषकों को जोड़ने के लिए और उन्हें परामर्श देने के लिए अभियान से ऐसे लोगों को जोड़ने के लिए प्रेरित करना होगा जिन्हें भारतीय मानसून के आधार पर फसलों के पैदावार, फसलों रखरखाव और फसलों की बीमारी की अच्छी जानकारी हो। इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु अगले 6 माहों में मुख्य समन्वयक के चयन के साथ-साथ हर जिले में कृषक अध्यायों के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया ।