एसआईएस सिक्योरिटी गार्ड कंपनी भर्ती के नाम पर उजियारपुर थाना क्षेत्र सहित जिला भर में कर रही हैं अवैध उगाही

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अमरदीप नारायण प्रसाद

पिछले साल भी लगाई गई थी भर्ती कैंप, लेकिन कितने का हुआ सिलेक्शन नहीं बता पाए भारतीय अधिकारी।

समस्तीपुर जिला में इन दिनों नव युवकों को एसआईएस सिक्योरिटी गार्ड कंपनी सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी के नाम पर भर्ती शिविर का आयोजन जिला के सभी थाना परिसर में कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार यह भर्ती के नाम पर सिर्फ मोटी उगाही बेरोजगार युवकों से कंपनी दौरा की जा रही है, जब इस संदर्भ में भर्ती पदाधिकारी जितेंद्र कुमार से बात किया गया कि, पिछले साल भी शिविर के माध्यम से भर्ती के लिए शिविर का आयोजन किया गया था तो कितने लड़कों का उजियारपुर प्रखंड से एसआईएस कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड के पद पर भर्ती हुआ उन्होंने जानकारी देने में अपनी असमर्थता जताई और बताएं कि पिछला रिकॉर्ड हमें पता नहीं है, लेकिन इस बार जो होगा वह जानकारी दे दूंगा फिर उन्होंने कहा कि संध्या में आप कॉल करेंगे तो मैं जानकारी आपको दे दूंगा, लेकिन संध्या में उन्हें कई बार कॉल किया गया लेकिन उन्होंने एक बार भी कॉल नहीं उठाया।
इससे स्पष्ट होता है कि एसआईएस सिक्योरिटी गार्ड कंपनी सिक्योरिटी गार्ड के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर मोटी उगाही कर रही है वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पंजीयन के नाम पर ₹350 ले रही है, जिसके बाद उनके प्रशिक्षण के लिए ₹12000 कंपनी है एक युवक से लेगी, और जो सिक्योरिटी गार्ड में सुपरवाइजर पद पर जाएंगे उनके प्रशिक्षण के लिए ₹40000 कंपनी लेती है कुल मिलाकर देखा जाए तो बेरोजगार युवकों को कंपनी नौकरी देने के नाम पर लूट रही है।
अगर सिक्योरिटी गार्ड का नौकरी देनी है तो प्रशिक्षण के नाम पर इतनी मोटी उगाही क्यों किया जाता है यह काफी सोचनीय है।
विदित हो कि भर्ती पदाधिकारी जितेंद्र कुमार के द्वारा व्हाट्सएप पर जो जानकारी दिया गया उसमें बताया गया कि थाना में भी सिक्योरिटी गार्ड के पद पर भर्ती की जा रही है, जिसके लिए आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं, लेकिन जब शिविर के पास पड़ताल करने पहुंचा गया और इस संदर्भ में बात किया गया तो उन्होंने बात को बदल दिया उन्होंने कहा कि थाना में ऐसी कोई भर्ती नहीं निकली है, जबकि व्हाट्सएप पर मैसेज के माध्यम से यह जानकारी उन्होंने दी थी आगे उन्होंने यह भी जानकारी दी थी कि प्रशिक्षण का संपूर्ण खर्च कंपनी दे रही है लेकिन वास्तविकता यह है कि कंपनी द्वारा नहीं प्रशिक्षण का खर्च बेरोजगार युवक से ही ली जा रही है।
इस तरह से कुल मिलाकर देखा जाए तो कहीं ना कहीं बेरोजगार युवक को ठगी का शिकार एसआईएस सिक्योरिटी गार्ड कंपनी नौकरी दिलाने के नाम पर कर रही है।

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