सकरा। रबी फसल को लेकर गुरुवार को सकरा प्रखंड के अंबेदकर सभागार में एक दिवसीय प्रखंड स्तरीय रबी कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रखंड नूरुल आलम, बीएसओ मनोज कुमार, सीओ संजय मेहता, केबीके से इप्सिता कुमारी , प्रखंड कृषि पदाधिकारी पुरुफुल कुमार, उप निदेशक पौधा संरक्षक गोपाल सारण प्रसाद एवं बीटीएम राकेश कुमार ने संयुक्त रूप से किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केवीके वैज्ञानिक डॉ. इप्सिता कुमारी ने कहा कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश जिनका आर्थिक रीढ़ कृषि पर आधारित है को बेहतर बनाने के लिए इस तरह के प्रशिक्षण की जरूरत है ताकि किसान पुराने परंपरागत कृषि पद्धति से ऊपर उठकर आधुनिक तरीके से कृषि कार्य करें तथा पैदावार को बढ़ाकर देश की आर्थिक नींव को मजबूत कर सकें, खेत में धान की कटाई हार्वेस्टर से होती है उससे जो अवशेष पराली बचता है उसे जलाना नहीं है। इससे उर्वरा शक्ति मिट्टी की कमजोर होती है उसे किसान खाद के रूप में उपयोग कर सकते हैं उससे मिट्टी में पोषक तत्व उपलब्ध होगा। उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर परिवर्तन के अनुसार खेती करने की किसानों को सलाह दी।
प्रखंड तकनीकी प्रबंधक राजेश कुमार ने समूह से संबंधित सभी प्रकार की योजनाओं की जानकारी दी। प्रखंड कृषि पदाधिकारी पुरुफुल कुमार ने कृषि विभाग द्वारा संचालित सभी प्रकार की योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की और अधिक खाद का प्रयोग पर किसानों को कम खाद प्रयोग करने की जानकारी दी। मौके पर प्रखंड सहायक तकनीकी प्रबंधक अतुल हक खान व निक्की कुमारी, लेखपाल पुष्पांजलि कुमारी, किसान सलाहकार अमरेश कुमार, सकरा प्रखंड के सभी क्षेत्र के किसान सलाहकार, कृषि समन्वय अधिकारी, विभिन्न पंचायत से प्रगतिशील किसान मौजूद रहे।



















































